अमित शाह की झारखंड यात्रा टली, 10 मई की पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक भी स्थगित
रांची, 8 मई 2025 — केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आगामी झारखंड यात्रा अब टाल दी गई है। इसके अलावा, 10 मई को आयोजित होने वाली पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक भी स्थगित कर दी गई है। इस फैसले से राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है, क्योंकि यह बैठक कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए निर्धारित थी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि अमित शाह की झारखंड यात्रा कुछ असमर्थ कारणों की वजह से स्थगित की गई है। हालांकि, यात्रा स्थगित करने के पीछे विशिष्ट कारणों का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह निर्णय राज्य में बढ़ते हुए सामाजिक और राजनीतिक तनाव और सुरक्षा कारणों के मद्देनजर लिया गया हो सकता है।
झारखंड में पिछले कुछ समय से राजनीतिक हलचलें तेज़ हो गई हैं, और प्रशासन ने यह कदम शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया है। इस यात्रा के दौरान अमित शाह को विभिन्न प्रशासनिक और राजनीतिक बैठकों में शामिल होना था, लेकिन अब यह सभी बैठकें आगामी समय के लिए स्थगित कर दी गई हैं।
इसके साथ ही, 10 मई को रांची में आयोजित होने वाली पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक भी स्थगित कर दी गई है। इस बैठक में पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, और झारखंड के मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारी भाग लेने वाले थे। यह बैठक क्षेत्रीय विकास, शांति और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए निर्धारित थी।
झारखंड सरकार के एक अधिकारी ने बताया,
"पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक को स्थगित करने का निर्णय केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से लिया गया है। हम आशा करते हैं कि इसे जल्द ही फिर से आयोजित किया जाएगा, लेकिन फिलहाल यह बैठक स्थगित कर दी गई है।"
इस यात्रा और बैठक के स्थगन पर विभिन्न राजनीतिक दलों से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। झारखंड कांग्रेस ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार का राजनीतिक निर्णय है और इसे झारखंड के मौजूदा हालात को देखकर लिया गया होगा। कांग्रेस नेता ने कहा,
"अमित शाह की यात्रा टलने से यह साफ है कि झारखंड में राजनीतिक वातावरण तनावपूर्ण है। इस स्थिति में, केंद्र सरकार को यहां के हालात को ध्यान में रखते हुए आगे की रणनीति बनानी चाहिए।"
वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार को राज्य के अंदरूनी मुद्दों को पहले सुलझाना चाहिए, ताकि शांति और सुरक्षा बनी रहे।
अमित शाह की झारखंड यात्रा और पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक का स्थगन राज्य के प्रशासनिक और राजनीतिक माहौल में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। जबकि इस फैसले के पीछे की वजहें स्पष्ट नहीं हैं, यह संभावना जताई जा रही है कि राज्य में राजनीतिक स्थिति और सुरक्षा चिंता के कारण इस निर्णय को लिया गया है। आने वाले दिनों में इस फैसले के प्रभावों का आकलन किया जाएगा, और यह देखा जाएगा कि क्या झारखंड सरकार और केंद्र सरकार मिलकर शांति और स्थिरता बनाए रखने में सफल हो पाती हैं।