रांची एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टला, दिल्ली-रांची एयर इंडिया एक्सप्रेस के विंग में फंसा कबूतर
रांची, 8 मई 2025 — रांची एयरपोर्ट पर एक बड़े हादसे को टाल दिया गया जब दिल्ली-रांची जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट के विंग में एक कबूतर फंस गया। यह घटना आज सुबह उस समय घटी जब विमान रांची एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए तैयार था।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह उड़ान दिल्ली से रांची आ रही थी और रांची एयरपोर्ट पर इसकी लैंडिंग के बाद विमान को फिर से उड़ान भरने के लिए तैयार किया जा रहा था। इस दौरान, विमान के विंग में एक कबूतर फंस गया। कबूतर के फंसने से विमान के उपकरणों पर असर पड़ने का खतरा था, जिससे विमान की उड़ान और यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती थी।
हादसा टलने की ख़बर के बाद, एयरपोर्ट प्राधिकरण और एयर इंडिया की टीम ने तुरंत मामले को संभाला। विमान के तकनीकी कर्मचारियों ने विमान को सावधानी से रोका और कबूतर को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की।
विमान के टेक्निकल टीम ने बहुत जल्द एक आपातकालीन प्रतिक्रिया शुरू की और कबूतर को सुरक्षित तरीके से विमान के विंग से बाहर निकाला। इसके बाद, विमान को सभी प्रकार के परीक्षणों से गुजारने के बाद सुरक्षित उड़ान के लिए मंजूरी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के कारण कोई भी नुकसान नहीं हुआ और विमान की उड़ान में कोई रुकावट नहीं आई।
रांची एयरपोर्ट के अधिकारी ने कहा,
"हमने तुरंत कदम उठाए और कबूतर को विमान से बाहर निकाला। इससे कोई भी बड़ा हादसा नहीं हुआ और यात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ। यह एक सामान्य घटना थी, और एयरपोर्ट प्राधिकरण ने इसे सफलतापूर्वक संभाल लिया।"
इस घटना के बावजूद, एयरलाइन ने सभी यात्रियों को तुरंत सूचित किया और उन्हें सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया। विमान में सवार यात्रियों ने घटना को लेकर कोई बड़ी घबराहट नहीं दिखाई, लेकिन यह एक नज़दीकी कॉल था और अगर समय पर हस्तक्षेप न किया गया होता, तो परिणाम कुछ और हो सकते थे।
विमानन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना काफी दुर्लभ है, लेकिन एयरपोर्ट पर कबूतरों और अन्य पक्षियों का आना एक सामान्य बात है। इन पक्षियों के कारण हवाई जहाजों के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है, खासकर उड़ान के दौरान। इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए एयरपोर्ट और विमानन कंपनियां विशेष पक्षी नियंत्रण उपायों का पालन करती हैं, जैसे कि पक्षियों की घुसपैठ रोकने के लिए जाल और पक्षियों को डराने के उपकरण।